द्रोनेश्वर महादेव – गीरगढ्डा II Droneshwar Mahadev Tirth Dham
Droneshwar Mahadev - Gir Gadhda
उनासे तक़रीबन २१ किलोमीटर और राजकोटसे २०० किलोमीटर की दुरी पर मछुन्द्री
डेमके किनारे बिराजमान है प्राचीन द्रोनेश्वर महादेव. मुज पर महादेवजी की कृपा पहलेसे
ही है. द्रोनेश्वर के दर्शनका लाभ कईबार प्राप्त हुआ है सावनके महीनेमें यहाँ जाना
बहुत अच्छा है बारिशकी बजेसे मछुन्द्री नदीमें पानी बहुत होता है इस सालमें गया तब
२ दिनसे जंगलमें बारिश हो रही थी और पूरा मंदिर पानीमें डूबा हुआ था एक अद्भुत नजारा
देखने को मिला आसपास के गाँवके लोग नदीमें आये सैलाब को देखने के लिए आये थे. गीरगढ्डासे
खिलावड़ का रास्ता बंद हो गया था सामने हनुमानजी का मंदिर है वहाभी हम नहीं जा सकते
थे बीचमें नदीमें इतना पानी आ गया था और नदीके मैदानमें लगे मंडप साथमें बहा कर
चले गए.
आजसे २७ साल पहले मुझे पहलीबार द्रोनेश्वर महादेव के दर्शन हुए आजभी याद है
मुझे, उस समय लोगो के पास ना तो इतनी गाड़ी थी और ना बस की इतनी सुविधा थी. हम
बानेज और कनकाई (जिसका ब्लॉग आगे लिखेंगे) हो कर हम गीरगढ्डा द्रोनेश्वर महादेव शामको
६ बजे पुहंचे. हम राजकोटसे जीप लेकर निकले थे. द्रोनेश्वरका अभी जो मंदिर है वहापर
कुछ नहीं था. वहा पर एक छोटीसी देरी थी. यहाँ शिवजी नदीके रूपमें बिराजमान है और
नंदीके मुखे २४ घंटे और ३६५ दिन तक पानीकी अविरत धरा बहती है. अभी इस जगहका विकास
बहुत हुआ है. सामने मछुन्द्री डेमके पास स्वामीनारायण ट्रस्ट द्वारा हनुमानजी का
मंदिर बनाया गया है. वर्षारुतुमें यहाँ अद्भुत नजारा देखने को मिलता है. पासमे
पातालेश्वर महादेव का मंदिर जिस की जानकारी हम लिख चुके है. गीरगढ्डा यहाँसे ४
किलोमीटर है वहा खाने को मिल सकता है उना तक़रीबन २१ किलोमीटर और दिव ४० किलोमीटर
है यहाँ रहने और खाने के लिए सुविधा उपलब्ध है.
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